Most respiratory problems are caused by lung disease. In this disease, the patient does not get enough oxygen. Lung disease is one of the most common medical problems in the world.
फेफड़े व सांस प्रणाली से जुड़े अन्य अंगों को प्रभावित करने वाले रोगों को फेफड़ों का रोग कहा जाता है। सांस से संबंधित ज्यादातर समस्याएं फेफड़े के रोग के कारण होता है। इस रोग में मरीज को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल पाती। फेफड़े का रोग दुनिया के सबसे आम मेडिकल समस्याओं में से एक है। अस्थमा, क्रॉनिक ऑब्स्ट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज ( सीओपीडी), सिस्टिक फाइब्रोसिस, फेफड़े का कैंसर और निमोनिया फेफड़े के रोगों के कुछ प्रकार है। जब फेफड़े रोग ग्रस्त हो जाते हैं तो यह कार्बन डाइऑक्साइड निकालने और पर्याप्त ऑक्सीजन ग्रहण करने का काम ठीक से नहीं कर पाते तब फेफड़े के रोग सम्बंधित कई लक्षण पैदा होते हैं। जिनमें गंभीर खांसी, सांस फूलना, अधिक बलगम बनना, घबराहट होना, छाती में दर्द और यहां तक कि बलगम में खून आना आदि प्रमुख लक्षण शामिल है। फेफड़े की बिमारी में हमारे देश में पाए जाने वाली एक बहुत सामान्य बिमारी टीबी की भी है हालंकि टीबी और भी कई जगह की होती है लेकिन ज़्यादातर फेफड़े की ही होती है जिसका समय रहते इलाज किये जाने से ये पूरी तरह ठीक हो जाती है इसी तरह यदि फेफड़े के रोग के शुरुआती लक्षणों का पता लगा लिया जाए तो समस्या गंभीर व जीवन के लिए घातक होने से पहले इसका उचित उपचार किया जा सकता है। गैलेक्सी अस्पताल का ये विभाग आपको पूर्व तरह अपने फेफड़े की बिमारी से निश्चिन्त करता है क्योंकि इसमें पूर्वांचल के जाने माने दो टीवी और चेस्ट विशेषज्ञ डाक्टर मयंक अग्रवाल और डाक्टर रतिन्दर मिश्रा है जो फेफड़े के रोग होने से बचाव व फेफड़े को स्वस्थ रखने के लिए न सिर्फ आपको उपाय बताते हैं बल्कि आधुनिक तकनीकी और दवाओं से इलाज भी करते हैं।